जनपद में शुरू हुआ नाईट ब्लड सर्वेपहले दिन रक्त के लिए गए 793 नमूने

जनपद में शुरू हुआ नाईट ब्लड सर्वे
पहले दिन रक्त के लिए गए 793 नमूने

हर पल निगाहें ब्यूरो
रायबरेली-राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद के 15 ब्लाक में दो से सात जून तक नाईट ब्लड सर्वे(एन.बी.एस) चल रहा है जिसके तहत माईक्रोफ़ाइलेरिया की दर जानने के लिए लोगों के रक्त के नमूने लिए जा रहे हैं | इस क्रम में राही ब्लॉक के आयुष्मान आरोग्य मंदिर राही पर मंगलवार की रात 10 बजे नाइट ब्लड सर्वे शिविर आयोजित हुआ । पेशेंट स्टेकहोल्डर प्लेटफार्म (पीएसपी) के सदस्यों सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), कोटेदार, आशा, आंगनबाड़ी, फाइलेरिया मरीजों के सहयोग से जागरूक कर शिविर में जांच के लिए लोगों को एकत्र किया गया। शिविर में 75 लोगों के रक्त के नमूने लिए गए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन चंद्रा ने बताया कि राही ब्लाक सहित जनपद के 15 ब्लाक में एन.बी.एस शुरू हुआ है | प्रत्येक ब्लॉक और अर्बन आरआई यूनिट में दो स्थल चुने गए हैं—एक रैंडम आधार पर और दूसरा ऐसा क्षेत्र जहाँ पहले फाइलेरिया के सर्वाधिक मामले सामने आए हों या फिर संक्रमण के लिए अनुकूल पर्यावरण वाले गाँव या मोहल्ले को प्राथमिकता दी गई है।
राही आयुष्मान आरोग्य मंदिर में लगे शिविर में पीएसपी सदस्यों के सहयोग से प्रचार-प्रसार कराया गया है। अन्य जगहों पर भी पीएसपी के सदस्यों का सहयोग लिया जा रहा है | पीएसपी के सहयोग से कई लोगों ने एन.बी.एस.में अपनी जांच कराई है। एन.बी.एस. का मुख्य उद्देश्य फाइलेरिया के संक्रमण एवं माइक्रो फाइलेरिया की दर को जानना है। इससे यह पता चलेगा कि अमुक क्षेत्र में कितने लोगों में फाइलेरिया के परजीवी हैं। उन्होंने लोगों को बताया कि फाइलेरिया का परजीवी रात में ही सक्रिय रहता है इसीलिए इसका पता लगाने के लिए एन.बी.एस. कराया जाता है। एन.बी.एस. के परिणाम आने के बाद जहां पर फ़ाइलेरिया के केस निकलेंगे वहां पर सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान चलेगा |
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी.एस.अस्थाना ने बताया कि जनपद के पहले दिन ब्लड की कुल 793 स्लाइड बनी हैं | उन्होंने बताया कि फाइलेरिया का कोई इलाज नहीं है लेकिन इसकी शुरुआत में ही पहचान होने के कारण उचित देखभाल करके इसका प्रबन्धन किया जा सकता है। इससे बचने का उपाय है आईडीए के तहत फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन और मच्छर के काटने से बचना |
राही के कोटेदार एवं पीएसपी के सदस्य हरिश्चंद्र, मालती और मोहन देई ने बड़ी सक्रियता के साथ लोगों को जांच कराने के लिए प्रेरित किया |
शिविर में एलटी जंग बहादुर गौतम और अर्पित सिंह पटेल, एसएलए जितेंद्र, बीसीपीएम अरुण वर्मा, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के प्रतिनिधि सहित पीएसपी सदस्य आशा, आंगनबाड़ी, फाइलेरिया मरीज सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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